महाकुंभ में सोमवार को भी जबरदस्त भीड़ रही। रात 8 बजे संगम से फाफामऊ तक 12 किमी लंबा जाम लगा रहा। महाकुंभ से 10-12 किमी के एरिया में पूरे शहर की यही स्थिति है।

प्रयागराज के सभी 7 एंट्री पॉइंट जाम हैं। वहीं, महाकुंभ मेला परिसर में सोमवार दोपहर एक बार फिर आग लग गई। सेक्टर-8 में लगी आग पर दमकल कर्मियों ने जल्द काबू पा लिया। श्री कपि मानस मंडल और उपभोक्ता संरक्षण समिति के शिविर में आग लगी थी। दोनों शिविर में दो-दो तंबू जल गए।

मुख्य अग्निशमन अधिकारी प्रशांत सिंह राणा ने कहा- दोपहर करीब 3 बजे हमें टेंट में आग लगने की सूचना मिली। खाली टेंट था, कोई जनहानि नहीं हुई।

महाकुंभ में एक महीने में पांचवीं बार लगी आग…

  • 19 जनवरी: सेक्टर 19 में गीता प्रेस के कैंप में आग लगी थी, हादसे में 180 कॉटेज जल गए।
  • 30 जनवरी: सेक्टर 22 में आग लगी थी, जिसमें 15 टेंट जले थे।
  • 7 फरवरी: सेक्टर-18 में आग लगी थी। हादसा शंकराचार्य मार्ग पर हुआ था, जिसमें 22 पंडाल जल गए।
  • 15 फरवरी: सेक्टर 18-19 में आग लगी। आधे घंटे में आग पर काबू पा लिया गया। दावा किया कि नोट से भरे 2 बैग जल गए।
  • 17 फरवरी: सेक्टर-8 में आग लगी। इस पर जल्द ही काबू पा लिया गया।

भीड़ के चलते दारागंज स्थित संगम स्टेशन को 26 फरवरी तक बंद कर दिया गया। महाकुंभ में तैनात अफसरों की ड्यूटी 27 फरवरी तक बढ़ा दी गई। मेला क्षेत्र में वाहनों की एंट्री फिर से रोक दी गई। सभी तरह के पास रद्द कर दिए। प्रयागराज से गुजरने वाली 19 ट्रेनों का रूट बदल दिया गया। सोमवार को 1.35 करोड़ श्रद्धालुओं ने स्नान किया। 13 जनवरी से अब तक 54.31 करोड़ श्रद्धालु संगम में डुबकी लगा चुके हैं।